लोकतंत्र

लोकतंत्र शासन का एक ऐसा रूप है जिसमें शासकों का चुनाव लोग करते हैं।




लोकतंत्र में अंतिम निर्णय लेने की शक्ति लोगों द्वारा चुने हुए प्रतिनिधियों के पास ही होनी चाहिए।

लोकतंत्र निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनावों पर आधारित होना चाहिए ताकि सत्ता में बैठे लोगों के लिए जीत-हार के समान अवसर हों।

लोकतंत्र में हर वयस्क नागरिक का एक वोट होना चाहिए और हर वोट का एक समान मूल्य होना चाहिए।

लोकतंत्र ही क्यों?

लोकतंत्र के खिलाफ तर्क -

  • लोकतंत्र मे नेता बदलते रहते हैं। इससे अस्थिरता पैदा होती है।
  • लोकतंत्र का मतलब राजनैतिक लडाई और सता का खेल है। यहाँ नैतिकता की कोई जगह नही होती।
  • लोकतांत्रिक व्यवस्था इतने सारे लोगों से बहस और चर्चा करनी पडती है की हर फेसले मे देरी होती है। I
  • चुने हुए नेताओं को लोगों के हितों का पता ही नही होता। इसके चलते खराब फेसले होतें है।
  • लोकतंत्र मे चुनावी लडाई महत्वपूर्ण और खर्चीली होती है। इसलिए इसमे भष्ट्राचार होता है।
  • सामान्य लोगो को पता ही नही होता की उनके लिए क्या चिज अच्छी है और क्या चिज बुरी : इसलिए उन्हें किसी चिज का फेसला नही करना चाहिए।

लोकतंत्र के पक्ष मे तर्क - 

  • लोकतांत्रिक शासन पध्दति दूसरों से बेहतर है क्योकि यह शासन का अधिक जवाबदेही वाला स्वरूप है।
  • लोकतंत्र बेहतर निर्णय लेने की संभावना बढाता है।
  • लोकतंत्र मतभेदों और टकरावों को संभालने का तरिका उपलब्ध कराता है।
  • लोकतंत्र नागरिकों का सम्मान बढाता है।
  • लोकतांत्रिक व्यवस्था दूसरों से बेहतर है। क्योकि इसमें हमें अपनी गलती सुधारने का अवसर भी मिलता है।

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