नमस्कार दोस्तो, आज हम बात करेंगे कक्षा 6 के इतिहास के अध्याय 10 इमारतें, चित्र तथा किताबें के बारे मे, तो चलिए बिना किसी देरी के शुरू करते हैं। लौह स्तम्भ - दिल्ली महरौली में कुतुबमिनार के परिसर में लौह स्तम्भ स्थित है। इसकी उँचाई 7.2 मीटर और वजन 3 टन से भी ज्यादा है। इसका निर्माण लगभग 1500 साल पहले हुआ था। स्तूप - स्तूप का शाब्दिक अर्थ टिला होता है। स्तूप विभिन्न आकार के हो सकते है जैसे कभी गोल या लम्बे तो कभी बडे या छोटे । घातु मंजूषा - सभी स्तूपों के भीतर एक छोटा सा डिब्बा रखा रहता है, जिन्मे बुद्ध या उन्के अनुयायियों के अवशेष जैसे दाँत, हड्डी या राख या उन्के दद्वारा प्रयुक्त काई चिज या कोई किमती पत्थर या सिक्के रखे रहते हैं. इन्हें धातु मजूषा कहते हैं। प्रदक्षिणा पथ - स्तूपों के चारों ओर परिक्रमा करने के लिए एक वृताकार पथ बना होता था, जिसे प्रदक्षिणा पथ कहते है। इस रास्त को रेलिग से घेर दिया जाता था जिसे वेदिका कहते है। पुराण :- पुराण का शाब्दिक अर्थ प्राचिन है। महाभारत - महाभारत कौरवों और पाड़यों के बीच युद्ध की कहानी है। इस युद्ध का तळेश्य पुरु-यश की राजधानी हस्तिनापुर की ग...